- लॉकडाउन को देखते हुए आरबीआई ने ईएमआई पेमेंट में तीन महीने की छूट दी है
- साइबर अपराधी ईएमआई रोकने के नाम पर लोगों से ओटीपी मांग रहे हैं
- एसबीआई ने कहा- इसके लिए ओटीपी शेयर करने की जरूरत नहीं
हलचल टुडे
Apr 09, 2020, 01:51 PM IST
नई दिल्ली. आरबीआई ने पिछले दिनों कहा था कि सभी बैंक अपने ग्राहकों को लोन की किश्त के भुगतान में तीन महीने की राहत दें। इस सुविधा के बहाने साइबर अपराधी ग्राहकों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। वे लोगों को फोन कर रहे हैं कि आपकी किश्त कटने से रोकने के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) बताएं। ओटीपी मिलते ही अपराधी खाते से रकम ट्रांसफर कर लेते हैं। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को ऐसे फ्रॉड से सतर्क रहने की सलाह दी है।
एसबीआई ने ईएमआई स्कीम की जानकारी शेयर की
एसबीआई ने कहा है कि साइबर अपराधी फ्रॉड के नए-नए तरीके ढूंढ़ते रहते हैं। अलर्ट रहना ही इसका समाधान है। एसबीआई ने ईएमआई रोकने की सुविधा की जानकारी का लिंक भी शेयर किया है। बैंक का कहना है कि ईएमआई रोकने के लिए ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती। आप किसी से ओटीपी शेयर नहीं करें।
Cyber fraudsters keep finding new ways to scam people. The only way to beat the #cybercriminals is to #BeAlert & be aware. Please note that EMI Deferment does not require OTP sharing. Do not share your OTP. For details on EMI Deferment scheme, visit: https://t.co/wP3Xux99vI#SBI pic.twitter.com/2GZSHX3ONa
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) April 5, 2020
ग्राहकों के पास तीन विकल्प
एसबीआई ने बताया है कि ग्राहकों के पास तीन विकल्प हैं। चाहें तो वे ईएमआई का भुगतान जारी रख सकते हैं। आवेदन देकर तीन महीने की ईएमआई रुकवा सकते हैं। अगर ईएमआई डेबिट हो चुकी है तो रिफंड का आवेदन भी कर सकते हैं।
लॉकडाउन को देखते हुए आरबीआई ने राहत दी है
आरबीआई ने पिछले महीने फैसला लिया था कि सभी बैंक अपने ग्राहकों को लोन की किश्त के पेमेंट में तीन महीने की छूट दें। यानी मार्च, अप्रैल और मई की किश्त बाद में चुकाने की सुविधा दी जाए। यह फैसला लॉकडाउन में लोगों को राहत देने के लिए लिया गया है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि इन महीनों की किश्त कभी भरनी ही नहीं पड़ेगी बल्कि लोन का समय तीन महीने बढ़ जाएगा।