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नई दिल्ली11 घंटे पहले
- पेट्रोल में एथनॉल मिलाने से तेल के लिए आयात पर निर्भरता घटेगी
- अभी देश में 684 करोड़ लीटर एथनॉल बनाने की क्षमता है
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पेट्रोल में मिलाए जाने वाले एथनॉल को बनाने वाली नई डिस्टिलरीज के लिए 4,573 करोड़ रुपए की ब्याज छूट को मंजूरी दी। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने फैसले की जानकारी दी और कहा कि भारत को 2030 तक पेट्रोल में मिलाने के लिए करीब 1,000 करोड़ लीटर एथनॉल की जरूरत होगी। इससे आयात पर निर्भरता घटेगी। अभी देश में 684 करोड़ लीटर एथनॉल बनाने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने एथनॉल डिस्टिलेशन क्षमता बढ़ाने के लिए संशोधित योजना को मंजूरी दी है। इसका मकसद देश में चावल, गेहूं, जौ, मक्का और ज्वार जैसे अनाजों सहित गन्ना और शकरकंद के चारे से पहली पीढ़ी का एथनॉल बनाना है।