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नई दिल्ली12 मिनट पहले
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हेरीटेज फूड्स ने फ्यूचर रिटेल में अपने सभी 1,78,47,420 शेयर स्टॉक एक्सचेंज में ओपन मार्केट के जरिये कई बार में बेचे
- इस रकम का उपयोग हेरीटेज फूड्स मुख्यत: अपने लांग टर्म लोन का भुगतान करने में करेगी
- आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के पारिवारिक सदस्य हेरीटेज फूड्स के प्रमोटर्स हैं
हेरीटेज फूड्स ने किशोर बियानी की कंपनी फ्यूचर रिटेल में अपनी 3 फीसदी से ज्यादा की समूची हिस्सेदारी बेच दी। ओपन मार्केट में हुई इस बिक्री से हेरीटेज फूड्स को 131.94 करोड़ रुपए मिले। कंपनी ने कहा कि इस रकम का उपयोग मुख्यत: वह अपने लांग टर्म लोन का भुगतान करने में करेगी।
हेरीटेज फूड्स ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि उसने फ्यूचर रिटेल में अपने सभी 1,78,47,420 शेयर बेच दिए हैं। ये शेयर स्टॉक एक्सचेंज में ओपन मार्केट के जरिये कई बार में बेचे गए। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के पारिवारिक सदस्य हेरीटेज फूड्स के प्रमोटर्स हैं।
फ्यूचर ग्रुप ने 2016 में हेरीटेज फूड्स का अधिग्रहण करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था
फ्यूचर ग्रुप ने नवंबर 2016 में हैदराबाद की डेयरी व रिटेल कंपनी हेरीटेज फूड्स का ऑल स्टॉक डील के तहत अधिग्रहण करने के लिए एक निर्णायक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। डील के तहत हेरीटेज फूड्स को फ्यूचर रिटेल की 3.65 फीसदी हिस्सेदारी मिली। इसके लिए फ्यूचर रिटेल ने नए शेयर जारी किए थे।
RIL ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग कारोबार को खरीदने की घोषणा की है
इस साल अगस्त में अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग कारोबार का अधिग्रहण करने की घोषणा की थी। RIL ने कहा था कि वह गोइंग कंसर्न के रूप में स्लंप सेल के आधार पर एकमुश्त 24,713 करोड़ रुपए में यह अधिग्रहण करेगी।
कोरोना संकट के कारण फ्यूचर रिटेल को करीब 7,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ
इसके बाद अक्टूबर में फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी ने कहा था कि कोरोनावायरस महामारी के पहले 3-4 महीने में उसकी रिटेल कंपनी को करीब 7,000 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। यह घाटा स्टोर बंद होने के कारण हुआ। इसके कारण वे अपने कारोबार को रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने के लिए विवश हुए।