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नई दिल्ली5 घंटे पहले
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कटौती के बाद एक वर्षीय बेंचमार्क MCLR घटकर 9.67% पर आ गया, जो पहले 9.85 फीसदी था
- एक वर्षीय MCLR बेंचमार्क इसलिए है, क्योंकि इसी के आधार पर अधिकतर उपभोक्ता कर्ज की ब्याज दर तय की जाती है
- बैंक ने ओवरनाइट से लेकर 6 महीने तक के MCLR को 0.03% प्रत्येक घटाकर 8.22-9.52 फीसदी कर दिया
प्राइवेट सेक्टर के DCB बैंक ने सोमवार को कहा कि उसने विभिन्न अवधियों वाले मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.18 फीसदी की कटौती की है। एक वर्षीय बेंचमार्क MCLR को घटाकर 9.67 फीसदी कर दिया गया। यह पहले 9.85 फीसदी था।
एक वर्षीय MCLR बेंचमार्क इसलिए है, क्योंकि इसी के आधार पर अधिकतर उपभोक्ता कर्ज की ब्याज दर तय की जाती है। बैंक ने कहा कि नई कर्ज दरें 8 दिसंबर 2020 (मंगलवार) से प्रभावी होगी। बैंक ने ओवरनाइट से लेकर 6 महीने की अवधि तक वाले लोन के MCLR में 0.03 फीसदी प्रत्येक की कटौती की है। इस कटौती के बाद इन लोन की ब्याज दरें घटकर 8.22-9.52 फीसदी पर आ गई हैं।
MCLR क्या होता है
पहले कमर्शियल बैंक अपने विभिन्न कर्जों की ब्याज दर बेस रेट के आधार पर तय करते थे। अब बेस रेट की जगह MCLR ने ले ली है। RBI ने इसे 1 अप्रैल 2016 काके लागू किया था। MCLR न्यूनतम लोन रेट होता है। बैंकों को इससे कम रेट पर लोन देने की अनुमति नहीं है। बेहद विशिष्ट मामलों में RBI इससे कम रेट पर लोन देने की अनुमति दे सकता है।