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जबलपुरएक घंटा पहले
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घटनास्थल पर जांच करती पुलिस।
- मझगवां क्षेत्र के फनवानी गांव की घटना, परिवार की आर्थिक स्थित थी खराब
जिला मुख्यालय से 45 किमी दूर मझगवां क्षेत्र के फनवानी गांव में शनिवार को दिल दहला देने वाला वाकया सामने आया। शुक्रवार रात पैसे खर्च करने को लेकर बाप-बेटे में कहासुनी हुई। सुबह नौ बजे पहले इकलौता बेटे फिर पिता ने आम के पेड़ से लटककर फांसी लगा ली। दोनों की लाश 35 मीटर के अंतराल में दो पेड़ों से लटकता देख ग्राम कोटवार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच में लिया है।

पिता चतुर्भुज का शव पेड़ से लटकते हुए।
गांव के बाहर खेत में लटके मिले पिता-पुत्र
फनवानी गांव निवासी चतुर्भुज पटेल (53) और उसका इकलौता बेटा सरमन पटेल (28) सुबह नौ बजे 20 मिनट के अंतराल पर घर से निकले। पहले बेटा सरमन निकला था। इसके बाद, दोनों की लाश गांव के बाहरी छोर पर उनके ही खेत में लगे दो आम के पेड़ से लटकती मिली। सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।

बेटे सरमन पटेल की लटकी लाश को देखते हुए ग्रामीण।
परिवार में सिर्फ तीन सदस्य थे
चतुर्भुज पटेल बेटी अर्चना की शादी पहले ही कर चुके हैं। इकलौता बेटा सरमन पटेल, पत्नी तोतीबाई ही घर में थे। खुद के नाम पर थोड़ी जमीन थी। इस कारण सिकमी पर खेत लेकर खेती करते थे। परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। घर की भी माली हालत अच्छी नहीं है। सिकमी पर धान लगाया था। धान बेचकर घर में कुछ पैसे आए थे। पिता ने इसमें कुछ रकम खर्च कर दी थी। इसी बात को लेकर पिता-पुत्र में रात में कहासुनी हुई थी। दोनों ने गुस्से के चलते रात में खाना तक नहीं खाया था। बेटा व पति ने नहीं खाया, तो तोतीबाई भी भूखे पेट ही सो गई थी।

गांव वालों से घटना की जानकारी लेती हुई पुलिस।
20 मिनट के अंतराल पर निकले पिता-पुत्र
सुबह नौ बजे पहले सरमन पटेल घर से निकला। वह गांव के बाहरी छोर स्थित खेत पर गया। वहीं, जानवर भी बांधते थे। उसी रस्सी को आम के पेड़ से फंदा बनाकर लटक गया। करीब 20 मिनट बाद पिता चतुर्भुज पटेल निकला। इकलौते बेटे को फंदे से लटका देखा, तो वह भी बदहवास हो गया। उसने भी दूसरी रस्सी खोली और 35 मीटर दूर दूसरे पेड़ से लटक गया।
मेरी तो कोख और मांग दोनों उजड़ गई
बेटा व पति को खो चुकी तोतीबाई की हालत देख लोगों की आंखें भी भर आई। वह रोते हुए बोल रही थी कि मैं भी जी कर क्या करूंगी। मेरी तो कोख और सुहाग दोनों उजड़ गई। दुख और सदमे में वह रह-रह कर बेहोश हो जा रही थी। भाई व पिता की मौत की खबर पाकर बेटी ससुराल से मायके पहुंची, तो वह भी बदहवास सी हो गई।
एफएसएल जांच के बाद उतारा गया शव
ग्राम कोटवार की सूचना पर टीआई अन्नीलाल सैयाम पहुंचे थे। एफएसएल की मौजूदगी में दोनों शवों को उतारा गया। इसके बाद सिहोरा पीएम के लिए शव भेजा गया। टीआई के मुताबिक अभी तोती बाई की हालत ठीक नहीं है। उसके बयान के आधार पर ठोस वजह सामने आएगी कि आखिर किस तरह के पैसे खर्च करने पर विवाद हुआ था।